नशे के जाल में फंसा कनाडा का कप्तान
क्रिकेट की दुनिया से इस वक्त एक चौंका देने वाली खबर सामने आ रही है। एक ऐसा खिलाड़ी, जिसने मैदान पर अपने बल्ले से तूफान मचाया, आज सलाखों के पीछे है। जी हां, कनाडा क्रिकेट टीम के कप्तान निकोलस किर्टन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, और वजह जानकर आप हैरान रह जाएंगे। एयरपोर्ट पर 9 किलो ड्रग्स के साथ पकड़े जाने के बाद अब उनका क्रिकेट करियर ही नहीं, बल्कि पूरी जिंदगी खतरे में पड़ गई है।इस वीडियो में हम आपको बताएंगे कि आखिर कौन है निकोलस किर्टन, कैसे उन्होंने क्रिकेट में अपनी जगह बनाई, और अब कैसे एक गलत कदम ने उन्हें जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। तो वीडियो को अंत तक जरूर देखें, क्योंकि ये कहानी है एक उभरते सितारे के अंधेरे में डूब जाने की।
गिरफ्तारी की पूरी कहानी
सबसे पहले बात करते हैं उस घटना की जिसने सबको हिला कर रख दिया। जमैका ग्लेनर की रिपोर्ट के मुताबिक, कनाडा क्रिकेट टीम के मौजूदा कप्तान निकोलस किर्टन को बारबाडोस के ग्रांटली एडम्स इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उस समय गिरफ्तार किया गया जब उनके पास भारी मात्रा में प्रतिबंधित पदार्थ मिला।पुलिस के मुताबिक निकोलस अपने लगेज के अंदर 9 किलो से ज्यादा कैनबिस ले जा रहे थे। कैनबिस, जिसे आम भाषा में गांजा या मारिजुआना कहा जाता है, एक नशे की चीज है और इसकी एक सीमित मात्रा तक ही व्यक्तिगत इस्तेमाल की अनुमति होती है। रिपोर्ट्स के अनुसार, बारबाडोस में करीब 57 ग्राम तक की मात्रा अपराध की कैटेगरी में नहीं आती, लेकिन निकोलस के पास लिमिट से करीब 160 गुना ज्यादा ड्रग्स पाए गए।यही वजह रही कि उन्हें मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया और अब उनके खिलाफ गंभीर आरोप तय किए जा रहे हैं। फिलहाल वह पुलिस हिरासत में हैं और उनके खिलाफ केस की सुनवाई जल्द शुरू होने वाली है।
आखिर कौन हैं निकोलस किर्टन?
अब सवाल उठता है कि आखिर ये निकोलस किर्टन हैं कौन, और कैसे बने कनाडा क्रिकेट टीम के कप्तान?निकोलस किर्टन का जन्म वेस्टइंडीज के खूबसूरत देश बारबाडोस में हुआ था। उन्होंने काफी कम उम्र से ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। शुरुआत में उन्होंने बारबाडोस की अंडर 17 और अंडर 19 टीम का हिस्सा बनकर अपनी स्किल्स दिखाई। यहीं से उनका टैलेंट नजर आने लगा और उन्हें वेस्टइंडीज अंडर 19 टीम में भी जगह मिली।हालांकि, पूरी कोशिशों के बावजूद निकोलस वेस्टइंडीज की सीनियर टीम तक नहीं पहुंच सके। लेकिन उनकी किस्मत ने उन्हें एक और रास्ता दिया। उनकी मां कनाडा की नागरिक थीं और इसी वजह से निकोलस के पास कनाडा की ओर से खेलने का विकल्प खुला।फिर उन्होंने कनाडा का रुख किया और फरवरी 2018 में ओमान के खिलाफ इंटरनेशनल डेब्यू किया। उस समय बहुत से लोगों को यह यकीन नहीं था कि निकोलस कनाडा क्रिकेट को इस मुकाम तक पहुंचाएंगे, लेकिन उन्होंने अपने खेल से सबको गलत साबित कर दिया।
कप्तान बनने तक का सफर
निकोलस का करियर धीरे-धीरे आगे बढ़ता गया। उन्होंने कनाडा के लिए अब तक 21 वनडे और 28 टी20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 514 और 627 रन बनाए। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज के खेलने का अंदाज बेहद आक्रामक है और उन्होंने कई मैचों में अकेले दम पर टीम को जीत दिलाई है।उनकी शानदार कप्तानी और बल्लेबाजी को देखते हुए पिछले साल जुलाई में उन्हें सभी फॉर्मेट्स में कनाडा का कप्तान बना दिया गया। ये उनके करियर का सबसे बड़ा पल था। एक ऐसा खिलाड़ी जो वेस्टइंडीज में गुमनाम रह गया था, अब कनाडा क्रिकेट का सबसे बड़ा चेहरा बन गया था।लेकिन अफसोस की बात ये है कि जितनी तेजी से उनका ग्राफ ऊपर गया, उतनी ही तेजी से अब नीचे गिरता नजर आ रहा है।
क्या खत्म हो जाएगा करियर?
निकोलस किर्टन की गिरफ्तारी के बाद सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि क्या उनका करियर अब खत्म हो गया है?क्रिकेट जगत में ड्रग्स से जुड़े मामलों को लेकर आईसीसी और राष्ट्रीय बोर्ड्स काफी सख्त होते हैं। अगर निकोलस दोषी पाए जाते हैं, तो न सिर्फ उन्हें जेल की सजा हो सकती है बल्कि उन पर लंबा बैन भी लग सकता है।कनाडा को इस महीने की 18 तारीख से नॉर्थ अमेरिका कप में हिस्सा लेना है, जहां उनके मुकाबले होंगे बहामास, बरमूडा, अमेरिका और केमैन आइलैंड्स से। इस टूर्नामेंट में निकोलस की गैरमौजूदगी टीम के लिए बड़ा झटका साबित हो सकती है।टीम के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक फिलहाल उन्हें सस्पेंड किया जा चुका है और जब तक कोर्ट का फैसला नहीं आ जाता, तब तक उनका टीम में लौटना नामुमकिन है।
क्या कहती है जनता और एक्सपर्ट्स?
सोशल मीडिया पर इस खबर ने आग की तरह फैलते ही क्रिकेट फैंस के बीच हलचल मचा दी है। कुछ लोग हैरान हैं कि एक जिम्मेदार कप्तान इतना बड़ा रिस्क कैसे ले सकता है, वहीं कुछ लोग इसे साजिश भी बता रहे हैं।क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर निकोलस को जल्द क्लीन चिट नहीं मिलती, तो ये मामला उनकी पूरी जिंदगी को प्रभावित कर सकता है। उन्हें दोबारा क्रिकेट में लौटना बेहद मुश्किल हो जाएगा।
क्या सीख मिलती है इस घटना से?
निकोलस किर्टन की कहानी हमें एक बहुत गहरी सीख देती है। ये कहानी बताती है कि कितनी भी ऊंचाई पर आप पहुंच जाएं, एक गलत कदम सब कुछ तबाह कर सकता है। एक ऐसा खिलाड़ी, जिसने मेहनत से अपनी पहचान बनाई, आज एक गलत फैसले की वजह से जेल में है।उम्मीद करते हैं कि सच जल्दी सामने आए और अगर निकोलस निर्दोष हैं, तो उन्हें न्याय जरूर मिले। लेकिन अगर उन्होंने ये अपराध किया है, तो कानून को अपना काम करना चाहिए।आपका इस मामले पर क्या कहना है? क्या आपको लगता है निकोलस फंसाए गए हैं या उन्होंने सच में बड़ी गलती की है? अपनी राय नीचे कमेंट में जरूर बताएं!
Post a Comment