IPL में बिना मैच खेले भी मिलती है पूरी सैलरी? जानिए BCCI के सैलरी रूल्स

IPL में बिना मैच खेले भी मिलती है पूरी सैलरी?

IPL यानी इंडियन प्रीमियर लीग केवल क्रिकेट नहीं, बल्कि एक मेगा शो बन चुका है जहां ग्लैमर, पैसा और प्रदर्शन का तगड़ा कॉम्बिनेशन देखने को मिलता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जो खिलाड़ी पूरे सीजन एक भी मैच नहीं खेलते, उन्हें क्या सैलरी मिलती है? क्या ऐसे प्लेयर्स सिर्फ बेंच पर बैठकर भी करोड़ों कमा लेते हैं? इस ब्लॉग में हम विस्तार से समझेंगे IPL Player Salary Rules को — वो नियम जो यह तय करते हैं कि किसे, कब और कैसे भुगतान मिलेगा।


IPL Player Salary Rules: कैसे तय होती है खिलाड़ी की सैलरी?

IPL में खिलाड़ियों को उनकी सैलरी उनके प्रदर्शन के आधार पर नहीं, बल्कि उनके नीलामी या रिटेंशन के वक्त तय की गई रकम के अनुसार दी जाती है। यह एक गारंटीड कॉन्ट्रैक्ट होता है, जिसमें यह सुनिश्चित किया जाता है कि खिलाड़ी को तयशुदा रकम मिलेगी — चाहे वो एक भी गेंद न खेले। टीम के साथ रहना है, जरूरी लेकिन इसके लिए कुछ शर्तें होती हैं। 

• खिलाड़ी को: पूरे सीजन के दौरान टीम के साथ रहना होता है
• ट्रेनिंग, मीटिंग्स और दूसरे ऑफ-फील्ड एक्टिविटीज में भाग लेना होता है!

• BCCI और फ्रेंचाइजी के सभी पेशेवर नियमों का पालन करना होता है! अगर ये शर्तें पूरी होती हैं, तो खिलाड़ी को बिना मैदान पर उतरे भी उसकी पूरी सैलरी दी जाती है।

क्या Prize Money और Salary एक ही चीज़ है?

यहाँ एक आम गलतफहमी है जो दूर करना ज़रूरी है। IPL में दो अलग-अलग टाइप के फाइनेंशियल कंपोनेंट होते हैं: 

• प्राइज मनी 

टीम की परफॉर्मेंस के आधार पर दी जाती है,जैसे विजेता को मिलते हैं ₹20 करोड़ और रनर-अप को ₹13 करोड़, खिलाड़ियों को इसका सीधा हिस्सा नहीं मिलता जब तक टीम मैनेजमेंट अलग से बोनस न दे!

• खिलाड़ी की सैलरी

फ्रेंचाइजी और खिलाड़ी के बीच हुए कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार तय होती है, यह निश्चित होती है और सीधे खिलाड़ी के अकाउंट में ट्रांसफर होती है!

अगर खिलाड़ी सीजन में नहीं खेल पाए तो?

IPL Player Salary Rules के अनुसार अगर कोई खिलाड़ी: चोटिल है या कोई कारणों से अनुपलब्ध है, तो BCCI और फ्रेंचाइजी उसे "Unavailable" घोषित कर सकती है। ऐसी स्थिति में उसे पूरी सैलरी नहीं मिलती। लेकिन अगर खिलाड़ी फिट है और नहीं चुना गया... अगर खिलाड़ी पूरी तरह फिट है और पूरे सीजन टीम के साथ रहा, लेकिन प्लेइंग XI में जगह नहीं मिली, तब उसे पूरी सैलरी दी जाती है।

क्यों जरूरी हैं ये नियम?

ये नियम दो चीजें सुनिश्चित करते हैं:

1. खिलाड़ियों की आर्थिक सुरक्षा – ताकि बिना खेलने के भी उनकी आमदनी स्थिर रहे

2. टीम की स्क्वॉड डेप्थ – बेंच स्ट्रेंथ बनाए रखने के लिए फ्रेंचाइजी को गारंटी देनी होती है

IPL Player Salary Rules खिलाड़ियों के लिए एक तरह से सुरक्षा कवच का काम करते हैं, जिससे वे बिना दबाव के टूर्नामेंट का हिस्सा बने रह सकें।

करोड़ों की कमाई, बिना मैदान में उतरे!

हर सीजन कुछ ऐसे नाम सामने आते हैं जिन्हें करोड़ों में खरीदा जाता है लेकिन वो एक भी मैच नहीं खेलते। फिर भी उनका बैंक बैलेंस बाकी प्लेयर्स जैसा ही चमकता है।

उदाहरण के लिए:

कई विदेशी खिलाड़ी पूरे सीजन टीम का हिस्सा रहते हैं लेकिन उन्हें मौका नहीं मिलता, युवा भारतीय खिलाड़ी भी अनुभव के लिए टीम के साथ रहते हैं, और उन्हें पूरा भुगतान किया जाता है

IPL Player Salary Rules खिलाड़ियों के लिए वरदान

IPL सिर्फ मैदान पर दिखने वाली क्रिकेट से कहीं ज्यादा है। इसके पीछे की जो व्यवस्था है, वो खिलाड़ियों को मानसिक और आर्थिक रूप से सुरक्षित रखने के लिए बनाई गई है। IPL Player Salary Rules इस बात का बेहतरीन उदाहरण हैं कि कैसे एक स्पोर्ट्स लीग अपने खिलाड़ियों की वैल्यू को पहचानती है — चाहे वो मैदान में हों या बेंच पर।

Call to Action:

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