पहलगाम के साए में, आमिर का IPL सपना टूटा?
पहलगाम में हुए दुखद आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते एक बार फिर नाजुक मोड़ पर हैं। सीमा पर तनाव चरम पर है और भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं, जिससे पड़ोसी मुल्क में डर का माहौल है। ऐसे मुश्किल समय में, एक पाकिस्तानी क्रिकेटर भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े मंच - इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) - में खेलने का ख्वाब देख रहा है। यह और कोई नहीं, पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर हैं।
IPL का ख्वाब देख रहे हैं मोहम्मद आमिर
फिलहाल पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) में अपनी गेंदबाजी का जलवा दिखा रहे मोहम्मद आमिर की दिली इच्छा IPL में खेलने की है। हाल ही में जब उनसे IPL और PSL में से किसी एक को चुनने के लिए कहा गया, तो उनका जवाब था कि अगर उन्हें मौका मिला तो वे निश्चित रूप से IPL को प्राथमिकता देंगे।
यह गौरतलब है कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों को IPL में सिर्फ एक बार, साल 2008 में ही खेलने का मौका मिला था। उसी साल मुंबई के ताज होटल पर हुए आतंकी हमले के बाद, जिसके तार पाकिस्तान से जुड़े थे, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने पाकिस्तानी क्रिकेटरों के IPL खेलने पर रोक लगा दी। तब से, पाकिस्तानी खिलाड़ी दुनिया भर की अन्य लीगों में तो खेलते नज़र आते हैं, लेकिन IPL उनके लिए एक अनछुआ सपना ही बना हुआ है।
ब्रिटेन की नागरिकता: IPL में एंट्री का 'पिछला दरवाज़ा'?
मोहम्मद आमिर के IPL में खेलने की इच्छा के पीछे एक खास वजह है। उनकी पत्नी ब्रिटेन की नागरिक हैं और उन्होंने भी ब्रिटिश नागरिकता के लिए आवेदन किया हुआ है। उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें ब्रिटेन का पासपोर्ट मिल जाएगा। अगर ऐसा होता है, तो वे पाकिस्तानी नहीं, बल्कि ब्रिटिश नागरिक के तौर पर IPL में खेलने के योग्य हो सकते हैं। यानी, वे एक तरह से 'पिछले दरवाजे' से IPL में प्रवेश करने की उम्मीद लगाए बैठे हैं। जियो न्यूज के साथ बातचीत में मोहम्मद आमिर ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि उन्हें अवसर मिलता है, तो वे निश्चित रूप से IPL में खेलना चाहेंगे। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है, तो वे PSL खेलकर ही अपना करियर चलाते रहेंगे।
क्या एक साथ नहीं होंगे IPL और PSL?
इस समय भारत में IPL का रोमांच जारी है, जबकि पाकिस्तान में PSL का आयोजन हो रहा है। जो खिलाड़ी IPL में नहीं चुने गए हैं, वे PSL में अपनी प्रतिभा दिखा रहे हैं। लेकिन मोहम्मद आमिर का मानना है कि भविष्य में IPL और PSL एक साथ आयोजित नहीं होंगे। उन्होंने इस साल PSL के देरी से शुरू होने का कारण ICC चैंपियंस ट्रॉफी को बताया, लेकिन उम्मीद जताई कि अगले साल PSL IPL से पहले ही संपन्न हो जाएगा।
निष्कर्ष:
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच उपजे तनाव के माहौल में मोहम्मद आमिर का IPL खेलने का सपना एक जटिल सवाल खड़ा करता है। क्या राजनीतिक और सामाजिक परिस्थितियां उन्हें एक ब्रिटिश नागरिक के तौर पर भी भारत में खेलने की अनुमति देंगी? यह देखना दिलचस्प होगा कि आमिर का यह ख्वाब हकीकत में बदल पाता है या नहीं।आपकी राय: क्या मोहम्मद आमिर को IPL में खेलने का मौका मिलना चाहिए? अपनी राय कमेंट सेक्शन में ज़रूर बताएं। ऐसे और दिलचस्प क्रिकेट अपडेट्स के लिए हमें फॉलो करें!
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